वर्षाऋतु में योगिक आहार ही बेहतर स्वस्थ की कुंजी
वर्षाऋतु प्रकृति का एक खूबसूरत तोहफा है। हरियाली चारों ओर छा जाती है और तापमान में भी कमी आ जाती है। लेकिन इस मौसम के साथ कुछ स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियाँ भी आती हैं। बदलते मौसम के साथ हमारे शरीर को भी कुछ बदलावों की आवश्यकता होती है। योगिक आहार इस बदलते मौसम में हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में बहुत मददगार साबित हो सकता है।
वर्षाऋतु में स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियाँ
पाचन संबंधी समस्याएं: नमी और गर्मी की वजह से पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है, जिससे अपच, कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
संक्रमण: बारिश के मौसम में मच्छरों और अन्य कीड़ों के प्रजनन से डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
ठंड और खांसी: बारिश के मौसम में अचानक तापमान में बदलाव होने से सर्दी और खांसी जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।
त्वचा संबंधी समस्याएं: नमी और गंदगी के कारण त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे कि दाद, खाज और खुजली हो सकती हैं।
योगिक आहार कैसे मदद कर सकता है?
योगिक आहार का मुख्य उद्देश्य शरीर और मन को संतुलित रखना है। वर्षाऋतु में योगिक आहार निम्नलिखित तरीकों से मदद कर सकता है:
पाचन तंत्र को मजबूत बनाना: हल्का, आसानी से पचने वाला भोजन जैसे कि दालें, सब्जियां, सूप और सलाद पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना: विटामिन और खनिज से भरपूर आहार जैसे कि फल, सब्जियां और अनाज रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं।
शरीर को हाइड्रेटेड रखना: भरपूर मात्रा में पानी पीना शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है।
गर्मी और नमी से बचाना: हल्के और ठंडे खाद्य पदार्थ शरीर को गर्मी और नमी से बचाते हैं।
त्वचा को स्वस्थ रखना: विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
वर्षाऋतु में योगिक आहार के कुछ सुझाव
हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन: दालें, सब्जियां, सूप, सलाद, दही आदि।
विटामिन और खनिज से भरपूर आहार: फल (खासकर मौसमी फल जैसे कि आम, अंगूर), सब्जियां (तुलसी, पुदीना), अनाज आदि।
मसालेदार भोजन से बचें: मसालेदार भोजन पाचन तंत्र को परेशान कर सकता है।
तली हुई और जंक फूड से परहेज करें: ये खाद्य पदार्थ शरीर में विषाक्त पदार्थों को बढ़ाते हैं।
गर्म पानी पीएं: गर्म पानी पाचन को बेहतर बनाने और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का सेवन: तुलसी, अदरक, हल्दी, दालचीनी जैसी जड़ी-बूटियां रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और पाचन में सुधार करने में मदद करती हैं।
मौसमी फल और सब्जियों का सेवन: मौसमी फल और सब्जियां ताजा और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
सूप और दही का सेवन: सूप और दही पाचन में आसानी करते हैं और शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं।
वर्षाऋतु में योगासन
योगासन शरीर को स्वस्थ रखने और तनाव कम करने में मदद करते हैं। वर्षाऋतु में कुछ विशेष योगासन जैसे कि सूर्य नमस्कार, भुजंगासन, त्रिकोणासन और शवासन शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
आयुर्वेदिक उपचार
आयुर्वेद में वर्षाऋतु में होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के लिए कई तरह के उपचार बताए गए हैं। जैसे कि:
पंचकर्म: यह एक प्राचीन आयुर्वेदिक उपचार है जो शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है।
तैल मालिश: तेल मालिश शरीर को गर्म रखने और मांसपेशियों को आराम देने में मदद करती है।
काढ़ा: तुलसी, अदरक और हल्दी का काढ़ा पीने से सर्दी और खांसी से बचा जा सकता है।
बच्चों के लिए योगिक आहार
बच्चों के लिए हल्का और पौष्टिक आहार बहुत जरूरी है। दालें, चावल, सब्जियां, फल और दही बच्चों के लिए एक संतुलित आहार प्रदान करते हैं। बच्चों को जंक फूड और मीठे पदार्थों से दूर रखना चाहिए।
वर्षाऋतु में खान-पान से जुड़े मिथक
बारिश के पानी में भिगोए हुए अनाज खाने से बीमारियां होती हैं: यह एक मिथक है। साफ पानी में भिगोए हुए अनाज खाने से कोई नुकसान नहीं होता है।
बारिश के मौसम में दही नहीं खाना चाहिए: दही पाचन के लिए अच्छा होता है और इसे बारिश के मौसम में भी खाया जा सकता है।
बारिश के मौसम में ज्यादा मछली खाना चाहिए: मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, लेकिन इसका अधिक सेवन करने से भी बचना चाहिए।
निष्कर्ष
वर्षाऋतु में योगिक आहार का पालन करके हम न केवल स्वस्थ रह सकते हैं बल्कि इस मौसम का आनंद भी ले सकते हैं। योगिक आहार हमें प्रकृति के साथ तालमेल बिठाने और एक स्वस्थ जीवन जीने में मदद करता है।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है और किसी भी चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
अगर आपको योगगुरु डॉ. जयंत रामटेके द्वारा लिखे इस लेख में किसी विषय पर और अधिक जानकारी प्रप्त करना हो या निम्नलिखित विषयों को पर जानना चाहते हो तो कॉमेंट सेक्शन में लिखे या +91 9764968493 पर वाट्सएप करे:
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