Monday, 30 August 2021

ऐसी कौन सी 5 होम्योपैथिक दवाइयां हैं जिन्हें हमेशा घर में रखनी चाहिए?

 ऐसी कौन सी 5 होम्योपैथिक दवाइयां हैं जिन्हें हमेशा घर में रखनी चाहिए?

  1. अब ठंड का मौसम आने वाला हैं और ठंड शुरू होते ही हमारे घर में कफ़, बुख़ार, जुक़ाम ऐसे बहुत सारे मामले आने लगते हैं। चाहें बच्चें हो या बुढ़े सभी को यह परेशानी का सामना करना पड़ता हैं और अगर यह बहुत लंबे समय तक चलता रहे तो क्रोनिक(chronic) कंडीशन हमारे शरीर को बहुत परेशान होती हैं। तो दोस्तों इस चीज़ को ध्यान में रखतें हुए आज हम ऐसी 5 होम्योपैथिक दवाइयां के बारे में जानेंगे ये 5 ऐसे दवाइयां हैं जो घर में जरूर रखें इमरजेंसी के तौर पर। 

[1] 1. Aconitum Napellus 30 ch :— Aconite एक ऐसी दवा हैं दोस्तों जिसे हर इमरजेंसी सिचुएशन में इस्तेमाल करना हैं जब भी कोई कंडीशन ज़्यादा sudden ( अचानक) से आ गई। अब आप थोड़ी सी ठंडी हवा में निकले हवा आपको टच करके निकली फ़िर आपको नाक से पानी आना शुरू हो गया या आपको छींके आनी शुरू हो गई बदन दर्द शुरू हो गया बुख़ार सा महसूस होने लग गया। या सूखी खाँसी आने लग गई ऐसी परिस्तिथि में आप सबसे पहले Aconite 30ch का प्रयोग करना शुरू करें।

ख़ुराक :- 2 ड्राप दिन में 4 बार सुबहदोपहरशामरात चार बार प्रयोग करनी है अगर परेशानी थोड़ी ठीक हो रही हो तो फिर इसे आप दिन में 3 बार ले और जब तक कंडीशन ठीक न हो आप इसे 5 दिन तक लेते रहें। निर्देश:- डॉक्टरी परामर्श अवश्य लें

[2] 2. Ferrum Phos 6X :— अगर आपकी परेशानी 1st स्टेज वाली आगे बढ़ रही हो 2nd स्टेज पर पहुँच गयी हो आपको छींके के साथ साथ अब सरदर्द भी होने लग गया हो। बदन दर्द के साथ साथ बुख़ार भी चढ़ रहा हो तो इस कंडीशन में आपको Ferrum Phos 6X 30ch Potency में लेना हैं

ख़ुराक :- इसकी 4 टेबलेट लेनी है 1 चौथाई गुनगुना पानी में उसमें 4 टेबलेट डाले गुनगुना पानी में फ़िर पीना शुरू करें इसे बार ले सुबहदोपहरशामरात जब तक परिस्तिथि क़ाबू में न आए इसे 5 दिन तक लेते रहें आपकी परेशानी ठीक हो जाएगी। निर्देश :- डॉक्टरी परामर्श अवश्य ले

[3] 3. Arsenicum Album 30 Ch :— well known medicine अग़र आपका जुक़ाम पक गया हैं मतलब बहुत क्रोनिक (Chronic) होने लगा हैं। लंबे समय से बना हुआ हैं आपका जो जुक़ाम हैं वो बहुत पानी पानी हो रहा हैं और वो आपके स्किन को छील रहा हैं। आपको बुख़ार लग रहा हो बदनदर्द हो रहा हो ज़्यादा उलझन लग रहा हो Restlessness लग रहा हो साथ ही जो कफ़ हो वो बहुत ही सूखा सूखा सा हो। रात में आपको बहुत ज़्यादा परेशानी बढ़ रही हो और अग़र रात में बैचेनी महसूस हो तो आप Arsenicum Album 30 Ch Potency में यूज़ करें।

ख़ुराक :- 2 बूंद दिन में 4 बार जब आपकी परेशानी खत्म हो जाये तब आप इसका प्रयोग बंद कर दें। निर्देश :- डॉक्टरी परामर्श अवश्य ले

[4] 4. Eupatorium 30 Ch :— यह दवाई कफ़ और बुख़ार में बहुत अच्छा काम करती हैं। अग़र आपको खाँसी के साथ तेज़ बुख़ार हो अग़र आपको ऐसा लग रहा हो जैसे खाँसी के साथ साथ आपका गला छिल रहा हो गले में दर्द हो आवाज़ भारी हो जाये। खाँसी के साथ साथ आपको ऐसा लग रहा हो जैसे फेफड़ों में जकड़न सी हो रही हो Restlessness महसूस हो रही हो इस परिस्तिथि में आप Eupatorium 30 Ch Potency में यूज़ करें।

ख़ुराक :- 2 बूंद दिन में 4 बार जब आपकी परेशानी ख़त्म हो जाये तब इसका उपयोग बंद कर दें। Symptoms कम होने पर दिन में 3 बार यूज़ करें। निर्देश :- डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।

[5] 5. Antim Tart 30 Ch :— यह दवा कफ़ के लिए रामबाण हैं अग़र आपको ऐसा लग रहा हैं जैसे छाती में बलग़म पकड़ी हुई हैं लेकिन निकल नहीं रहा हैं। जब आप खाँस रहें हैं तो बहुत थोड़ा सा बलग़म निकल रहा हैं। उस कंडीशन में इसका प्रयोग करें अग़र आपको बहुत ज़्यादा Breathlessness एहसास हो रहा हो।

ख़ुराक :- 2 बूंद दिन में 3 बार 5–7 दिनों के लिए निर्देश :- डॉक्टरी परामर्श अवश्य लें

तो दोस्तों ये 5 ऐसी दवाइयां हैं जो आपको जुक़ामखाँसीबलग़मबुख़ार और अन्य चीजों में लाभप्रद हैं।

अग़र आप 10 साल से कम उम्र के बच्चों को ये दवाइयां दे रहें है तो दिन में एक बार दें। और अग़र बहुत छोटा बच्चा हैं तो आप उसे एक चम्मच पानी में डालकर पिलाये।

तो दोस्तों इस दवाई को अपने पास रखें स्वस्थ रहें और सुरक्षित रहें। 

आशा करता हूँ यह लेख आपको पसंद आयेगा।

What happens if you eat gram in the morning?

 



  • Eat 1 handful of soaked country gram every morning on an empty stomach, these will be the benefits -
  1. It removes your weakness and gives you strength.
  2. By eating soaked gram daily, you will continue to get the iron present in the gram. Iron will help maintain adequate blood volume in your body.
  3. Chana is rich in fiber. Therefore it is especially beneficial for digestion.
  • How to prepare

Keep a handful of gram soaked in water in a vessel at night, it will be ready in the morning.

"Keep in mind, eat the gram after chewing it a lot"

Tuesday, 24 August 2021

झूठ बोलने के क्या है नुकसान

आजकल दिन प्रतिदिन एक बीमारी समाज में बड़ी चालाकी से, दाबेपाव अपना दायरा बड़ा करते जा रही हैं, जिसे रोकने या इलाज करने के बाजय इसे खुद पे हाबी हो जाने देने में ही ज्यादातर सभ्य समाज के लोग भला मान रहे है यानी हर्ड इम्युनिटी ही अब इसका पर्याय है, ऐसा मान रहे है। जी सही समझे मैं आज "झूठ बोलने" की आदत के बारे में बात कर रहा हूँ। 
संशोधन ये बताते है, की झूठ बोलने की आदत न केवल नैतिक तौर पर आपका पतन करती है बल्कि मानसिक और शारीरिक सेहत के लिए भी नुकसानदायक हो सकती है।
 
डेलीमेल वेबसाइट पर प्रकाशित शोध की मानें तो जो लोग झूठ अधिक बोलते हैं उन्हें तनाव और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं के अलावा, गला खराब होने या सिरदर्द जैसी शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं। 
इस शोध के दौरान यूनिवर्सिटी ऑफ नोट्रे डेम के शोधकर्ताओं ने झूठ बोलने की प्रवृत्ति और इससे सेहत के संबंध के विषय पर अध्ययन करके यह दावा किया है।
 कितना झूठ कर सकता है नुकसान: यूनिवर्सिटी ऑफ नोट्रे डेम के शोधकर्ताओं ने यह शोध 18 से 71 साल के 110 लोगों पर किया गया है। शोध में पाया गया कि अमूमन लोग ‌एक दिन में एक या दो बार झूठ बोलते हैं जबकि हफ्ते बर में 10 से 11 बार झूठ बोलते हैं। 
 शोधकर्ताओं के अनुसार, औसतन तीन बार झूठ बोलने पर चार तरह की मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकती है और तीन तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता। शोध में पाया कि जो लोग कम झूठ बोलते हैं या नहीं बोलते हैं, वे अपेक्षाकृत अधिक स्वस्थ रहते हैं और ज्यादा जीते हैं। 
 हम झूठ बोलकर किसका नुकसान करते हैं?
गौतम बुद्ध (Gautuam Buddh) ने कहा था कि 'आप जैसा सोचते हैं, वैसे ही हो जाते हैं',
साइंस ने इस बात को साबित किया है कि ब्रेन किसी बर्ताव के दोहराव से उसका आदी हो जाता है. झूठ और सच का विज्ञान वाकई दिलचस्प है.  झूठ या सच बोलने की प्रवृत्ति पर साइंटिफिक अध्ययन हो चुके हैं. हिटलर (Adolf Hitler) के प्रोपैगैंडा का सिद्धांत था 'झूठ पुख़्ता ढंग से बोलो और बार बार बोलो, तो लोग उसे सच मानने लगेंगे'. लेकिन, नाज़ियों (Nazis) को यह विज्ञान नहीं पता था कि झूठ बोलना, झूठ बोलने वाले का कितना नुकसान करता है. कुछ ही समय पहले वैज्ञानिकों ने स्टडीज़ (Scientific Study) के बाद बताया कि झूठ बोलने से व्यक्ति का कम समय के लिए कोई फायदा भले हो, लंबे समय के लिए बड़ा नुकसान होता है. वहीं, सच बोलने या ईमानदारी बरतने से भले ही लगे कि नुकसान ज़्यादा होगा, लेकिन बड़ा फ़ायदा होता है. रिसर्चरों ने देखा कि ऐमिग्डाल में जो निगेटिव रिएक्शन पहले झूठ के वक्त दिखते हैं, वो तब नहीं दिखते जब आप झूठ बोलने के आदी हो जाते हैं. तब मस्तिष्क में तनाव नहीं होता. इसका मतलब वैज्ञानिकों ने साफ बताया कि आप जितना झूठ बोलते हैं, आप उतने आदी होते जाते हैं. यानी झूठ बोलना केमिकल और साइकोलॉजिकल तौर पर आपके अंदर ऐसी टेंडेंसी पैदा करता है, जिससे आपका कैरेक्टर खराब हो जाता है. 
 जी हां, झूठ और सच बोलने के पीछे पूरा विज्ञान है. समाज, मीडिया और सियासत से हम बहुत हद तक रोज़मर्रा जीवन में जुड़े हैं इसलिए झूठ सुनने या झूठ के बारे में सुनने के आदी हैं. क्या कभी आपने सोचा है कि लोग झूठ आखिर क्यों बोलते हैं, झूठ या सच बोलने के पीछे विज्ञान क्या कहता है और झूठ बोलने से बचा कैसे जा सकता है... एक के बाद एक पहलू को समझते हैं. हम झूठ बोलते ही क्यों हैं? कई वजहें हो सकती हैं. किसी सज़ा या अपमान से बचने, ज़्यादा फायदा पाने, ताकत, पैसा, प्रमोशन या इंप्रेशन जमाने जैसी कई वजहों से लोग झूठ बोलते हैं. अर्थ समझा जाए तो किसी तरह के लाभ पाने या किसी तरह के नुकसान से बचने के लिए झूठ बोला जाता है. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में रिसर्चरों ने देखा कि पहला बड़ा झूठ बोलते वक्त ब्रेन के एक हिस्से ऐमिग्डाल में नकारात्मक सिग्नल यानी परेशानी के संकेत दिखते हैं. यहां यह भी समझना ज़रूरी है कि कोई जन्म से झूठ बोलना नहीं सीखता यानी यह प्राकृतिक टेंडेंसी नहीं है. विशेषज्ञ कहते हैं कि साथ के वयस्कों, समाज और मीडिया से बच्चे झूठ बोलना सीखते हैं. और बचपन ही सही उम्र है, जब झूठ बोलने की टेंडेंसी पर रोक लगाना ज़रूरी है. 

 स्रोत: 1. Catching liars: Training mental health and legal professionals to detect high-stakes lies:J Shaw, S Porter, L Ten Brinke - The Journal of Forensic , Google Scholar 
2. Psychiatry …, 2013 - Taylor & Francis disguise—an experimental study on cheating,Journal of the European Economic Association 11 (3), 525-547, 2013 Google Scholar 
3. White lies:Sanjiv Erat, Uri Gneezy Management Science 58 (4), 723-733, 2012 Google Scholar

Unlocking the Power of Bananas: A Guide to Health and Wellness

  Unlocking the Power of Bananas: A Guide to Health and Wellness As an Associate Professor at Seth Kesarimal Porwal College Kamptee and coor...